नागौर एक अति प्राचीन नगरी है महाभारत कल में इसका नाम अहिछत्रपुर था, यहां आने पर अनेक जैन प्राचीन मंदिरों के दर्शन का लाभ मिलेगा
1) 500 वर्ष से अधिक प्राचीन मंदिरो का दर्शन लाभ भी मिलेगा
2) महाराजा संप्रति कालीन श्री सुमतिनाथ दादा की प्रतिमा के दर्शन होंगे
3) करीब 250 वर्ष प्राचीन हाथीदांत व कांच का मंदिर, जिसमे अष्टधातु की श्री आदिनाथ दादा की मनमोहक प्रतिमा के दर्शन का लाभ होगा
4) करीब 300 वर्ष प्राचीन श्री मणिभद्र दादा का चमत्कारी धाम के दर्शन का लाभ
5) सुराना की कुलदेवी श्री सुसवानी माताजी का 900 वर्ष प्राचीन घर के दर्शन
6) श्री खरतरगछ के चौथे दादागुरु श्री जिनचंद्र सूरीजी द्वारा स्थापित श्री जिन कुशल गुरुदेव के पगलिए वाली दादावाड़ी, आदि अनेक प्राचीन महत्व के जैन तीर्थरूपी मंदिरो के दर्शनलाभ मिलेंगे